स्वस्तिक: क्यों माना जाता है शुभ मंगल का प्रतीक

प्राचीन काल से भारतीय संस्कृति में कोई भी शुभ कार्य करने से पहले स्वस्तिक चिन्ह दीवार, थाली या ज़मीन पर बनाकर उसकी पूजा की जाती है| इसे शुभ मंगल का प्रतीक कहा गया…

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कहीं आप भी तो नहीं करते गीता पाठ के समय ये गलतियां

श्री चैतन्य महाप्रभु दक्षिणी भारत की यात्रा कर रहे थे ! एक दिन वे श्री रंगनाथ मंदिर पहुँच गए! उन्होंने वहां पर देखा की एक साधारण सा ब्राम्हण श्रीमद्भागवद्गीता पढने…

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केवल एक ही संतान को जन्म दिया था माता सीता ने

रामायण का सही वर्णन महर्षि वाल्मीकि द्वारा लिखी गयी वाल्मीकि रामायण में ही मिलता है| कई ऋषियों ने रामायण को अपने तरीके से लिखने की कोशिश की और फलस्वरूप इसके कई…

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हिन्दू धर्म में क्या मान्यता है जनेऊ धारण करने की, जानिए इसका रहस्य और लाभ

जनेऊ एक पवित्र सफ़ेद रंग का तीन धागों वाला सूत्र है, जिसे ‘उपनयन संस्कार’ के समय धारण किया जाता है और संस्कृत में इसे ‘यज्ञोपवीत संस्कार’ कहा जाता है|इस सूत से बने पवित्र धागे…

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जब एक मासूम बच्ची ने ख़रीदा 21 रूपए 50 पैसे में चमत्कार

छोटी लड़की ने गुल्लक से सब सिक्के निकाले और उनको बटोर कर जेब में रख लिया, निकल पड़ी घर से – पास ही केमिस्ट की दुकान थी उसके जीने धीरे…

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जानिए अपनी रसोईघर का वास्तु

हर घर में रसोईघर का बहुत ही प्रमुख स्थान है जहाँ सम्पूर्ण परिवार के लिए भोजन तैयार होता है| प्राचीन काल में खाना बनाना, बर्तन धोने जैसी प्रक्रिया भवन के…

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जानिए कौन सा रत्न है आपके लिए फायदेमंद

प्राचीनकाल से ही रत्न मनुष्य के जीवन में प्रभावशाली भूमिका निभाते है, यह व्यक्ति को अपनी ओर आकर्षित करते है| रत्नो का प्रयोग आभूषणों और ज्योतिषी उद्देश्य के लिए किया जाता है|…

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जानिए नारद जी ने कैसे की थी श्री गणेश की मदद

भगवान शिव और पार्वती के पहले पुत्र गणेश को विघ्नहर्ता और विनायक कहा गया है|अतः गणेश जी हर दुविधा से निकालने वाले हैं| तो फिर ऐसा क्या हुआ कि उन्हें नारद जी की सहायता…

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शुक्रवार को कैसे करें मां दुर्गा की पूजा

देवी की आराधना का अर्थ है शक्ति की आराधना और कहते हैं कि शक्ति का रंग है लाल, इसीलिए देवी दुर्गा की आराधना में लाल रंग का बहुत महत्व है।…

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ऐसा क्या हुआ कि सत्यभामा को करना पड़ा अपने ही पति श्री कृष्ण का दान

श्री कृष्ण ने अपनी लीलाओं से सभी का मन मोहा है| कृष्ण की 16008 बीवियाँ थीं जिनमे से 8 को रानी का दर्जा मिला, इन 8 रानियों को अष्टभार्य कहा गया|…

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तुलसी का पौधा उगाते समय इन बात्तों का रखे ध्यान

तुलसी एक पवित्र जड़ी-बूटी है यह झाड़ी के रूप में उगता है और 2 से 3 फुट ऊँचा होता है।  इसकी पत्तियाँ बैंगनी आभा वाली हल्के रोएँ से ढकी होती हैं।…

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आखिर क्यों नारद मुनि के लिए स्वर्गलोक के द्वार बंद करने पड़े ?

नारद मुनि ब्रह्मदेव के सात मानस पुत्रों में से एक है जिन्हे ब्रह्मऋषि की उपाधि दी गयी है| नारद भगवान विष्णु के अनन्य भक्त कहलाते हैं| ब्रह्मऋषि होने के बावजूद…

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