Dharma

दुर्योधन की मौत का कारण बनी उसी की माँ गांधारी

कौरवों के नाश का कारण एक स्त्री थी। हम सभी जानते हैं कि कौरवों के वंश का अंत द्रोपदी के कारण हुआ। परन्तु क्या आप इस सत्य से अवगत हैं कि…
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काली माता के मंत्र

काली माँ को प्रसन्न करके आप अपने जीवन से भय और संकट से मुक्ति पा सकते हैं। काली माँ शक्ति और बल की देवी हैं। इनकी अराधना करने से आप इच्छानुसार…
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देवी गायत्री मंत्र

मान्यता है कि गायत्री माँ की पूजा करने से घर में सुख समृद्धि का वास होता है। माँ गायत्री को शक्ति, ज्ञान, पवित्रता तथा सदाचार का प्रतीक कहा…
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त्रिशंकु स्वर्ग क्या है और इसे किसने बनाया

आज कल के समय में मनुष्य अपनी ही बनायीं दुनिया में मस्त रहता है सभी सुख और दुःख की अनुभूति होते हुए भी वह अपने ही मन की करता है| कुछ भी हो चाहे…
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शनि देव चालीसा

॥दोहा॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करण कृपाल। दीनन के दुख दूर करि, कीजै नाथ निहाल॥ जय जय श्री शनिदेव प्रभु, सुनहु विनय महाराज। करहु कृपा हे रवि…
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महामृत्युंजय मंत्र

महामृत्युंजय मंत्र को एक प्राण रक्षक और महामोक्ष मंत्र माना जाता है। कहा जाता है कि यह भगवान शिव का सबसे बड़ा मन्त्र है। जो व्यक्ति इस मंत्र को…
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महाराजा कौशिक के महर्षि विश्वामित्र बनने की कथा

आज हम बात करेंगे महर्षि विश्वामित्र के बारे में शायद ही आपको पता होगा की महर्षि विश्वामित्र का असली नाम महाराजा कौशिक था और वह किसी ऋषि या…
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महाभारत के ऐसे श्राप जिनका प्रभाव आज भी बना हुआ है

पौराणिक कथायों में हमने अनेक बार श्रापों के बारे में सुना अथवा पढ़ा है। परन्तु क्या आप जानते हैं महाभारत में ऐसे श्रापों का वर्णन है। जिनका असर…
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युधिष्ठिर के यज्ञ से श्रेष्ठ था ब्राह्मण का यज्ञ

एक बार महाराज युधिष्ठिर ने एक यज्ञ करवाया। यज्ञ पूर्ण होने के बाद ऋषियों की सभा एकत्रित हुई। सभा में सभी यज्ञ की चर्चा करने लगे। सभी इस यज्ञ…
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काकनमठ मंदिर – क्या शिव भगवान के इस मंदिर को भूतों ने बनाया था?

मुरैना के पास स्थित सिहोनिया या सिहुनिया कुशवाहों की राजधानी थी। इस साम्राज्य की स्थापना 11वीं शताब्दी में 1015 से 1035 के मध्य हुई थी। काकनमठ…
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