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Aarti

बृहस्पति देव की आरती

    जय बृहस्पति देवा, ऊँ जय बृहस्पति देवा । छि छिन भोग लगाऊँ, कदली फल मेवा ॥ तुम पूरण परमात्मा, तुम अन्तर्यामी । जगतपिता जगदीश्वर, तुम… Read More »बृहस्पति देव की आरती

    विष्णु जी और श्री कृष्ण के पूजन में न करें कभी ये गलतियां

      भगवान को प्रसन्न करने का सबसे सरल उपाय है विधिपूर्वक उनकी पूजा अराधना करना| यदि हम भगवान की प्रतिमा की पूजा विधिपूर्वक करते हैं तो यह निश्चित है कि हमें… Read More »विष्णु जी और श्री कृष्ण के पूजन में न करें कभी ये गलतियां

      हनुमान जी का गुणगान करें हनुमान आरती के साथ

        हनुमान जी श्री राम के बहुत बड़े भक्त हैं। कहते हैं हनुमान जी की अराधना करने से सब दुख और कष्ट दूर होते हैं और… Read More »हनुमान जी का गुणगान करें हनुमान आरती के साथ

        श्री रामचन्द्र जी की आरती

          भगवान श्री राम रामायण के प्रमुख पात्र हैं| विष्णु अवतार श्री राम का नाम जपने से सभी कष्ट दूर होते हैं। मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के… Read More »श्री रामचन्द्र जी की आरती

          गायत्री माता की आरती – Goddess Gayatri Aarti

            ज्ञान व पवित्रता की देवी गायत्री की आराधना करने से जीवन खुशियों से भर जाता है। माता गायत्री की पूजा में निम्न आरती का भी विशेष… Read More »गायत्री माता की आरती – Goddess Gayatri Aarti

            देवी सीता जी की आरती – Devi Sita Ji ki aarti

              प्रभु श्री राम की धर्मपत्नी देवी सीता जी को कौन नहीं जानता। माता सीता बहुत ही मधुर स्वाभाव की थीं| माता अपने सभी भक्तों को… Read More »देवी सीता जी की आरती – Devi Sita Ji ki aarti

              देखिये देवी सरस्वती जहाँ पहली बार प्रकट हुई थी वह स्थान आज कैसा लगता है

                देवी सरस्वती को कौन नहीं जानता। देवी का ज़िक्र सबसे पहले ऋग्वेद में हुआ था। सरस्वती देवी को ज्ञान, संगीत, कला और बुद्धिमता का प्रतीक… Read More »देखिये देवी सरस्वती जहाँ पहली बार प्रकट हुई थी वह स्थान आज कैसा लगता है

                जय शिव ओंकारा – शिव जी की आरती

                  जय शिव ओंकारा हर ॐ शिव ओंकारा | ब्रम्हा विष्णु सदाशिव अद्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव ओंकारा…… एकानन चतुरानन पंचांनन राजे | हंसासंन ,गरुड़ासन… Read More »जय शिव ओंकारा – शिव जी की आरती

                  शनि देव की आरती

                    जय जय श्री शनिदेव भक्तन हितकारी। सूरज के पुत्र प्रभु छाया महतारी॥ जय.॥ श्याम अंक वक्र दृष्ट चतुर्भुजा धारी। नीलाम्बर धार नाथ गज की असवारी॥… Read More »शनि देव की आरती