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हमारा जीवन ऐसी अनेक परिस्थितियों का सामना करता है जो हमें दुःख या सुख देकर जाती हैं| इनमें से कुछ परिस्थितियां ऐसी होती हैं जिन्हे हम अपने हिसाब से नहीं बदल सकते हैं| परन्तु कुछ परिस्थितियों को बदलना हमारे हाथ में ही होता है| श्रीमद भागवद गीता के एकादश स्कंध में श्री कृष्ण ने कुछ ऐसे लोगों का जिक्र किया है जिन्हे जीवन में बहुत दुःख मिलते हैं| आइये जानते हैं कि किन परिस्थितियों के कारण इन्हे अधिक कष्ट मिलते हैं|
श्लोक
गां दुग्धदोहामसतीं च भार्यां
देहं पराधीनमसत्प्रजां च।
वित्तं त्वतीर्थीकृतमङ्ग वाचं
हीनां मया रक्षति दु:खदु:खी।।
अच्छा परिणाम न देना
इस श्लोक में श्री कृष्ण ने गांय का उदाहरण देते हुए कहा है कि जो गाय दूध नहीं देती है, उसका मालिक सदैव उसे कष्ट देता है तथा जो गांय दूध देती है, वही गाय सुख प्राप्त करती है| जो व्यक्ति अपने स्वामी, प्रबंधन या मालिक को श्रेष्ठ परिणाम नहीं देता है, उसे दुख ही दुख मिलते हैं| जो लोग अपने प्रबंधन की उम्मीदों को पूरा करते हैं और अच्छा परिणाम देते हैं, वे सुखी रहते हैं|
जीवनसाथी को धोखा देना
कुछ लोग अपने जीवन साथी के साथ ईमानदार नहीं होते| ऐसे लोग जो अपने जीवनसाथी को धोखा देते हैं, वे कभी सुखी नहीं रह पाते| धोखा देने की वजह से इन लोगों के मन में हमेशा तनाव बना रहता है कि कहीं उनका असली चेहरा सामने न आ जाए| ऐसे लोग अपने जीवन में केवल दुख ही दुख प्राप्त करते हैं|
दूसरों पर निर्भर रहना
कभी दूसरों पर निर्भर न रहें| जो व्यक्ति दूसरों पर निर्भर रहता है और पराए घर में निवास करता है, वह खुद की इच्छा से कुछ भी काम नहीं कर पाता| उसे हर छोटे-बड़े काम के लिए अपने मालिक की ओर देखना पड़ता है| इसलिए दूसरों पर निर्भर रहने वाले लोग अपने जीवन में दुखों का सामना करते हैं|
संतान की अनदेखी करना
कई बार माता – पिता अपने बच्चों की उचित देखभाल नहीं करते हैं| ऐसे में उनकी संतान स्वभाव से दुष्ट हो सकती है| जिस कारण माता-पिता को हमेशा ही संतान की ओर से दुख ही मिलता है।
धन होने पर भी दान न करना
हमने अक्सर देखा है कि कई लोग पर्याप्त धन होने के बावजूद भी दान पुण्य नहीं करते हैं| ऐसे लोगों को दुखों का सामना करना पड़ता है| शास्त्रों में भी कहा गया है कि दान करने से ही हमारे द्वारा किये गए पापों से हमें मुक्ति मिल सकती है| इसीलिए जब भी कोई जरूरतमंद व्यक्ति दिखाई दे तो उसे अपने सामर्थ्य के अनुसार दान जरूर करना चाहिए|