भगवद गीता (भक्तियोग- बारहवाँ अध्याय : श्लोक 1 – 20)

अथ द्वादशोऽध्यायः- भक्तियोग (साकार और निराकार के उपासकों की उत्तमता का निर्णय और भगवत्प्राप्ति के उपाय का विषय) अर्जुन उवाच एवं सततयुक्ता ये…

सावधान हो जाएँ! ये घटनाएं बताती हैं की आपको धन की हानि होने वाली है

भारत में ये मान्यता है की हर घटना के पीछे कोई न कोई कारण अवश्य होता है कई बारी ये सच भी होता है| ज्योतिष के अनुसार अगर लगातार आपके साथ कोई भी…

घर को नकारात्मक ऊर्जा से बचाना है तो मुख्य द्वार पर न रखें ये वस्तुएं

कहा जाता है कि घर में सकारात्मक व नकारात्मक ऊर्जा दरवाजे के रास्ते ही अंदर आती है। अगर आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव है तो आप अवश्य…

भगवद गीता (विश्वरूपदर्शनयोग- ग्यारहवाँ अध्याय : श्लोक 1 – 55)

अथैकादशोऽध्यायः- विश्वरूपदर्शनयोग ( विश्वरूप के दर्शन हेतु अर्जुन की प्रार्थना ) अर्जुन उवाच मदनुग्रहाय परमं गुह्यमध्यात्मसञ्ज्ञितम्‌ ।…

सावधान! इन दिनों में बचें पैसों के लेन देन से वरना आपका पैसा डूब जाएगा

जरूरत के हिसाब से हम अपने दोस्तों या बैंक से उधार लेते रहते हैं। परन्तु क्या आप जानते हैं कि ज्योत‌िष शास्‍त्र के अनुसार कुछ ऐसे द‌िन और समय…

श्री गणेश चालीसा

श्री गणेश हिन्दू धर्म के सबसे महत्वपूरण देवता माने गए हैं। श्री गणेश को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है और उनकी पूजा हर शुभ कार्य के आरम्भ करने से…

भगवद गीता (विभूतियोग- दसवाँ अध्याय : श्लोक 1 – 42)

अथ दशमोऽध्याय:- विभूतियोग ( भगवान की विभूति और योगशक्ति का कथन तथा उनके जानने का फल) श्रीभगवानुवाच भूय एव महाबाहो श्रृणु मे परमं वचः ।…

अपने स्वभाव से जाने की आप तुला राशि के तो नहीं?

राशि चक्र के सातवें स्थान पर आती है तुला राशि जिसका चिन्ह तराजू है तथा राशि का स्वामी शुक्र है| तुला राशि वालों के नाम क्रमशः रा, री, रू, रे,…

शास्त्रों में बताया है की उम्र ही नहीं, तिथियों के अनुसार बनती बिगड़ती है भाग्‍य की लकीरें

हस्तरेखा से ज्‍योतिष का एक ऐसा ज्ञान है। जिसके जरिए भूतकाल, वर्तमान और भविष्य तीनों के बारे में पता लगाया जा सकता है। लेकिन आपको जानकर…

खुशी तुम्हारे अन्दर है, लेकिन तुम उसे पैसे और बाहरी वस्तुओं में ढूंढ रहे हो

एक गाँव में एक बहुत अमीर व्यक्ति रहता था। उसके जीवन में कोई कमी नही थी। परन्तु वह फिर भी बहुत चिंतित रहता था। एक दिन उसके एक मित्र ने उसे एक…

क्यों लिए जाते हैं विवाह के समय अग्नि के फेरे

हिन्दू धर्म में विवाह तब तक सम्पन्न नही माना जाता जब तक वर और वधु अग्नि के सामने सात फेरे लेकर सात वचन निभाने का वादा न कर लें। परन्तु क्या आप…