Skip to content

हमें प्रभु के और करीब लाता है संगीत और मंत्रजाप, जानिये कैसे?

    सभी लोग उन्हें योग का ‘रॉकस्टार’ कहते हैं लेकिन वो खुद को केवल ‘कीर्तनवाला’ ही कहलाना पसंद करते हैं। 2013 में ग्रैमी अवार्ड के लिए… Read More »हमें प्रभु के और करीब लाता है संगीत और मंत्रजाप, जानिये कैसे?

    जय संतोषी माँ – 16 शुक्रवार व्रत कथा, विधि, आरती तथा उद्देश्य

      शुक्रवार के दिन मां संतोषी का व्रत-पूजन किया जाता है। सुख-सौभाग्य की कामना के लिए माता संतोषी के 16 शुक्रवार तक व्रत किये जाने का… Read More »जय संतोषी माँ – 16 शुक्रवार व्रत कथा, विधि, आरती तथा उद्देश्य

      जीवन की हर समस्या में हमें धैर्य और विवेक से काम लेना चाहिए

        यह कहानी एक साधारण से जानवर — गधे — की है, परंतु इसके पीछे छिपा हुआ संदेश अत्यंत गहरा और प्रेरणादायक है। यह न केवल… Read More »जीवन की हर समस्या में हमें धैर्य और विवेक से काम लेना चाहिए

        जीवन में किया गया कोई भी बदलाव छोटा या बड़ा नही होता

          जीवन में किया गया कोई भी बदलाव छोटा या बड़ा नही होता। अपनी क्षमताओं पर भरोसा रख कर किया जाने वाला कोई भी बदलाव छोटा… Read More »जीवन में किया गया कोई भी बदलाव छोटा या बड़ा नही होता

          होनी को कोई नहीं टाल सकता: जो होना है वो हो कर ही रहेगा

            एक दिन भगवान विष्णु के वाहन गरुड़ देव के मन में विचार आया की क्यों ना एक बार पृथ्वी लोक का भ्रमण किया जाए| अपने… Read More »होनी को कोई नहीं टाल सकता: जो होना है वो हो कर ही रहेगा

            भगवद गीता (मोक्षसंन्यासयोग- अठारहवाँ अध्याय : श्लोक 1 – 78)

              अथाष्टादशोऽध्यायः- मोक्षसंन्यासयोग (त्याग का विषय) अर्जुन उवाच सन्न्यासस्य महाबाहो तत्त्वमिच्छामि वेदितुम्‌ । त्यागस्य च हृषीकेश पृथक्केशिनिषूदन ॥ भावार्थ : अर्जुन बोले- हे महाबाहो! हे अन्तर्यामिन्‌!… Read More »भगवद गीता (मोक्षसंन्यासयोग- अठारहवाँ अध्याय : श्लोक 1 – 78)

              दीन दुखियों की सेवा ही असली सेवा है

                एक समय की बात है एक रियासत में एक राजमाता रहती थी। वह बहुत धार्मिक विचारों की स्त्री थी। एक दिन राजमाता ने सोचा कि… Read More »दीन दुखियों की सेवा ही असली सेवा है

                माता पिता निस्वार्थ प्रेम और त्याग के बदले सिर्फ प्रेम की अपेक्षा रखते हैं

                  एक बच्चे को आम का पेड़ बहुत पसंद था। जब भी फुर्सत मिलती वो आम के पेड के पास पहुच जाता। पेड के उपर चढ़ता,आम… Read More »माता पिता निस्वार्थ प्रेम और त्याग के बदले सिर्फ प्रेम की अपेक्षा रखते हैं

                  नागेश्वर ज्योतिर्लिंग की उत्पत्ति की कथा

                    भगवान् शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के बाद नाम आता है नागेश्वर या फिर जागेश्वर ज्योतिर्लिंग का नागेश्वर ज्योतिर्लिंग गुजरात के द्वारकापुरी से… Read More »नागेश्वर ज्योतिर्लिंग की उत्पत्ति की कथा

                    भगवद गीता (श्रद्धात्रयविभागयोग- सत्रहवाँ अध्याय : श्लोक 1 – 28)

                      अथ सप्तदशोऽध्यायः- श्रद्धात्रयविभागयोग (श्रद्धा का और शास्त्रविपरीत घोर तप करने वालों का विषय) अर्जुन उवाच ये शास्त्रविधिमुत्सृज्य यजन्ते श्रद्धयान्विताः। तेषां निष्ठा तु का कृष्ण सत्त्वमाहो… Read More »भगवद गीता (श्रद्धात्रयविभागयोग- सत्रहवाँ अध्याय : श्लोक 1 – 28)

                      धरती पर नदी के रूप में क्यूँ आना पड़ा देवी गोदावरी को

                        भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंग धरती पर मौजूद है इन बारह ज्योतिर्लिंगों में तीसरे स्थान पर आता है महाराष्ट्र के नासिक जिले में गोदावरी नदी… Read More »धरती पर नदी के रूप में क्यूँ आना पड़ा देवी गोदावरी को

                        क्यों भगवान बांके बिहारी के सर से निकली खून की धारा

                          एक राजा ने भगवान कृष्ण का एक मंदिर बनवाया और पूजा के लिए एक पुजारी को लगा दिया| पुजारी बड़े भाव से बिहारी जी की… Read More »क्यों भगवान बांके बिहारी के सर से निकली खून की धारा