मुरैना के पास स्थित सिहोनिया या सिहुनिया कुशवाहों की राजधानी थी। इस साम्राज्य की स्थापना 11वीं शताब्दी में 1015 से 1035 के मध्य हुई थी। काकनमठ मंदिर का निर्माण राजा कीर्तिराज ने रानी काकनवटी की इच्छा पूरी करने के लिए करवाया था। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर के निर्माण के लिए गारे तथा चूने को कोई उपयोग नहीं किया गया।
खजुराहो मंदिर की शैली में बना यह मंदिर 115 फीट ऊंचा है।
सिहोनिया जैन धर्म के अनुयायियों के लिए भी काफी प्रसिद्ध है। यहां 11वीं शताब्दी के अनेक जैन मंदिरों के अवशेष देखे जा सकते हैं। इस मंदिरों में शांतिनाथ, कुंथनाथ, अराहनाथ, आदिनाथ, पार्श्वनाथ आदि जैन र्तीथकरों की प्रतिमाएं स्थापित हैं।
इस मंदिर को लेकर एक और मान्यता है कि काकनमठ मंदिर को भूतों ने एक रात में बनाया था। परन्तु इसे बनाते – बनाते सुबह हो गई और भूतों को काम अधूरा छोड़कर जाना पड़ा। आज भी इस मंदिर को देखने पर यही लगता है कि इसका निर्माण अधूरा रह गया।