हिन्दू धर्म के शास्त्रों में कुछ ऐसे सरोवरों का वर्णन मिलता है जिनमें स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है| आइए जानते हैं ये सरोवर कौन से हैं और इनका ऐतिहासिक महत्व क्या है|
कैलाश मानसरोवर
पौराणिक कथाओं के अनुसार यह सरोवर ब्रह्माजी के मन से उत्पन्न हुआ था| यह सरोवर भगवान शिव के निवास स्थान, कैलाश पर्वत के पास है| इस सरोवर को लेकर लोगों कि मान्यता है कि यहां देवी पार्वती स्नान करती हैं| बौद्ध धर्म में भी इसे बहुत पवित्र माना जाता है|
नारायण सरोवर
नारायण सरोवर गुजरात के कक्ष जिले के लखपत तहसील में स्थित है| शास्त्रों के अनुसार यह विष्णु जी का सरोवर है| भागवत पुराण में भी इस सरोवर का वर्णन किया गया है तथा यहां पर कई प्राचीन ऋषियों के आने के प्रसंग भी मिलते हैं|
पंपा सरोवर
मैसूर में कंपी के निकट अलेगुंदी नाम का एक गांव स्थित है जिसे रामायण कालीन किष्किधां माना जाता है| यहां से कुछ दूरी पर कुछ जीर्णशीर्ण मंदिर और गुफाएं मिलती हैं जिनमें से एक सबरी गुफा है| माना जाता है कि इसी स्थान पर भगवान श्री राम की भेंट सबरी से हुई थी| सबरी के गुरु का नाम मतंग ऋषि था और यहीं पर उनके नाम पर एक वन भी है|
पुष्कर सरोवर
यह सरोवर राजस्थान में अजमेर से 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| माना जाता है कि इस सरोवर के पास भगवान ब्रह्मा जी ने स्वयं यज्ञ किया था| एक अन्य मान्यता के अनुसार यहां पर ऋषि विश्वामित्र द्वारा भी यज्ञ किया जा चुका है| पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान श्री राम ने अपने पिता राजा दशरथ के श्राद्ध यहीं पर किए थे|
बिंदु सरोवर
यहां पर प्राचीन काल में कर्दम ऋषि का आश्रम था। कर्दम ऋषि ने यहां पर 10 हजार वर्ष तपस्या की थी| यह सरोवर अहमदाबाद से उत्तर में 130 किलोमीटर की दूरी पर है| इस सरोवर का वर्णन ऋग्वेद में भी मिलता है| कथाओं में कहा गया है कि यहां पर ऋषि परुशुराम ने अपनी मां का श्राद्ध किया था|