गुरु पूर्णिमा क्या है और हिन्दू धर्म में इसकी इतनी महत्वता क्यों है? या फिर ऐसा क्या किया जाए गुरु पूर्णिमा के दिन की गुरु के आशीर्वाद की प्राप्ति हो सकें? कही लोगों के मन में सवाल उठते होंगे| इसका जवाब है इधर|
भारत देश में प्रत्येक गुरु को ऊंचा दिया जाता है, माना जाता है की गुरु की सहयता से ही आपका मेल प्रभु के साथ संभव हो सकता है| आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा कहते हैं| हिन्दू धर्म में गुरु पूर्णिमा को महत्व पर्व माना गया है, इस दिन लोग श्रद्धा भाव से अपने अपने गुरु की पूजा करके उनसे वरदान एवं आशीर्वाद की प्राप्ति करते है|
शास्त्रों के अनुसार गुरु अंधेरे जीवन में रोशनी का प्रकाश है| गुरु दो शब्दों को मिलाकर बनता है गु जिसका अर्थ है- अंधकार और रु का अर्थ है- उसका निरोधक|
गुरु ब्रह्मा, गुरु विष्णु गुरु देवो महेशवरह; गुरु साक्षात् परमं ब्रह्मा तस्मै श्री गुरुवे नम:
अर्ताथ-गुरु ही ब्रह्मा है, गुरु ही विष्णु है और गुरु ही भगवान शंकर है, गुरु ही परब्रह्म है; ऐसा गुरु को कोटि कोटि प्रणाम|
आइए देखते है नीचे दिए गए उपायों को गुरु पूर्णिमा के दिन करने से क्या लाभ मिलता है:
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भी गुरु पूर्णिमा का विशेष महत्व है, जिन जातक की कुंडली में गुरु दिशा होने के कारण जीवन में समस्याएं और कई उतार-चढ़ाव आते हैं, उनके लिए कुछ उपाय है जो की उन्हें गुरु पूर्णिमा वाले दिन करने से लाभ मिलता है|
- पुरे ब्रह्माण्ड के गुरु श्री विष्णु भगवान को माना जाता है, जिस व्यक्ति के किसी को अपना गुरु नहीं बनाया हुआ वे गुरु पूर्णिमा के दिन विष्णु जी का पूजन करें और उनसे प्रार्थना करें अपने सुखमय जीवन के लिए| वे आपकी हर मनोकामना सम्पूर्ण करेंगे|
- सच्चे गुरु का सहारा मिलना बहुत सौभाग्य की बात होती है, इसलिए कभी भी गुरु का तिरस्कार न करें| प्रतिदिन उनकी पूजा करें तथा उन्हें प्रसाद चढ़ाएं|
- गुरु पूर्णिमा के दिन श्री कृष्ण का पूजन करने के साथ साथ गीता का पाठ पढ़ने से एवं गाय को चारा और उसकी सेवा करने से उन विद्यार्थियों की समस्याएं दूर होती है जिन्हें पढ़ाई करने में बाधा आती है|
- यदि किसी व्यक्ति को व्यापार में नुकसान हो रहा हो या भाग्य अच्छा न हो, तो ऐसे में गुरु पूर्णिमा के दिन किसी गरीब और जरूरतमंद व्यक्ति को पीले वस्त्र, पीली मिठाई अथवा पीला अनाज देने से परेशानी का निवारण होगा|
- गुरु पूर्णिमा के दिन साबूत मूंग मंदिर में दान करें और 12 वर्ष से छोटी कन्याओं के चरण स्पर्श करके उनसे आशीर्वाद लेने से लाभ की प्राप्ति होगी|
- ॐ ब्रह्म बृहस्पतये नमः इस मंत्र का जप करने से शुभ फल प्राप्त होता है|
- कुंडली में से यदि गुरु दशा को अशुभ से शुभ करने के लिए इस दिन सदाचारी एवं विद्वान ब्राह्मण को पुखराज दान करें|
- बिगड़े काम सुधारने के लिए भगवान विष्णु के मंदिर में गाय के आगे घी का दीपक जलाकर प्रार्थना करें|
ऊपर दिए गए उपायों को सच्चे मन और श्रद्धा से करने से बहुत लाभदायक सिद्ध होता है|