माँ पार्वती को आदि शक्ति के नाम से भी जाना जाता है। माँ पार्वती को करुणा की मूर्ति कहा जाता है। कहते हैं इनकी अराधना करने से सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं।
माँ पार्वती की अराधना के मंत्र
माँ पार्वती को प्रसन्न करने के लिए मंत्र
‘ऊँ उमामहेश्वराभ्यां नमः’’
‘ऊँ गौरये नमः
भगवान शिव और देवी पार्वती को प्रसन्न कर इच्छाओं की पूर्ति के लिए मंत्र
‘ऊँ साम्ब शिवाय नमः’
’’ऊँ पार्वत्यै नमः
घर में सुख- शांति बनाए रखने के लिए मंत्र
‘मुनि अनुशासन गनपति हि पूजेहु शंभु भवानि।
कोउ सुनि संशय करै जनि सुर अनादि जिय जानि’।
इच्छा अनुसार वर पाने के लिए मंत्र
हे गौरी शंकरार्धांगी। यथा त्वं शंकर प्रिया।
तथा मां कुरु कल्याणी, कान्त कान्तां सुदुर्लभाम्।।
कार्य में सफलता प्राप्ति हेतु मंत्र
ऊँ ह्लीं वाग्वादिनी भगवती मम कार्य सिद्धि कुरु कुरु फट् स्वाहा।
इच्छित वर- वधू की प्राप्ति के लिए स्वयंवर कला पार्वती मंत्र
अस्य स्वयंवरकलामंत्रस्य ब्रह्मा ऋषिः, अतिजगति छन्दः, देवीगिरिपुत्रीस्वयंवरादेवतात्मनोऽभीष्ट सिद्धये मंत्र जपे विनियोगः।