जीवन में किया गया कोई भी बदलाव छोटा या बड़ा नही होता
जीवन में किया गया कोई भी बदलाव छोटा या बड़ा नही होता। अपनी क्षमताओं पर भरोसा रख कर किया जाने वाला कोई भी बदलाव छोटा… Read More »जीवन में किया गया कोई भी बदलाव छोटा या बड़ा नही होता
जीवन में किया गया कोई भी बदलाव छोटा या बड़ा नही होता। अपनी क्षमताओं पर भरोसा रख कर किया जाने वाला कोई भी बदलाव छोटा… Read More »जीवन में किया गया कोई भी बदलाव छोटा या बड़ा नही होता
एक दिन भगवान विष्णु के वाहन गरुड़ देव के मन में विचार आया की क्यों ना एक बार पृथ्वी लोक का भ्रमण किया जाए| अपने… Read More »होनी को कोई नहीं टाल सकता: जो होना है वो हो कर ही रहेगा
एक समय की बात है एक रियासत में एक राजमाता रहती थी। वह बहुत धार्मिक विचारों की स्त्री थी। एक दिन राजमाता ने सोचा कि… Read More »दीन दुखियों की सेवा ही असली सेवा है
एक बच्चे को आम का पेड़ बहुत पसंद था। जब भी फुर्सत मिलती वो आम के पेड के पास पहुच जाता। पेड के उपर चढ़ता,आम… Read More »माता पिता निस्वार्थ प्रेम और त्याग के बदले सिर्फ प्रेम की अपेक्षा रखते हैं
एक राजा ने भगवान कृष्ण का एक मंदिर बनवाया और पूजा के लिए एक पुजारी को लगा दिया| पुजारी बड़े भाव से बिहारी जी की… Read More »क्यों भगवान बांके बिहारी के सर से निकली खून की धारा
आप सब ने रामायण के अनेक प्रसंग सुने होंगे। परन्तु आज हम जो प्रसंग आप को बताने जा रहे हैं उसके बारे में बहुत कम… Read More »लक्ष्मण जी ने श्री राम के लिए किया था एक ऐसा त्याग जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते
भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में सबसे पहला ज्योतिर्लिंग सोमनाथ ज्योतिर्लिंग है जो की गुजरात के सौराष्ट्र में मौजूद है| शिव पुराण के अनुसार इस… Read More »शिव के पहले ज्योतिर्लिंग की स्थापना क्यों और किसने की थी
श्रीराम को 14 वर्ष का वनवान हुआ। इस वनवास काल में श्रीराम ने कई ऋषि-मुनियों से शिक्षा और विद्या ग्रहण की, तपस्या की और भारत… Read More »14 वर्ष के वनवास में प्रभु श्री राम कहां-कहां रहे
एक बार बुद्ध से उनके एक शिष्य ने पूछा, भगवन आपने आज तक यह नहीं बताया कि मृत्यु के बाद क्या होता है। उसकी बात… Read More »जब बुद्ध से पूछा गया मौत के बाद क्या होता है
एक गाँव में एक बहुत अमीर व्यक्ति रहता था। उसके जीवन में कोई कमी नही थी। परन्तु वह फिर भी बहुत चिंतित रहता था। एक दिन उसके एक… Read More »खुशी तुम्हारे अन्दर है, लेकिन तुम उसे पैसे और बाहरी वस्तुओं में ढूंढ रहे हो
This is described in the later parts of the Ramayana. After Lord Rama came back from his vanavasa of 14 years and winning over Lanka… Read More »Hanuman Ji ne chhati chir ke dikhaya – हनुमान जी ने भरी सभा में अपना सीना डाला चीर
रामायण में श्री राम, लक्ष्मण एवं सीता को चौदह वर्षों का वनवास भोगना पड़ा था और इसका कारण राम की सौतेली माता कैकयी को माना… Read More »आखिर क्या था श्री राम के वनवास जाने के पीछे का रहष्य