किसने दिया था भारत को ‘सोने की चिड़िया’ का ख़िताब ?
अगर हम भारत के इतिहास के बारे में बात करें तो सबसे पहले अंग्रेज़ो की गुलामी का ही प्रसंग सुनने को मिलता है| परन्तु हम बात कर रहे हैं उस…
Read more »हैरान कर देने वाले कुछ हिन्दू धर्म के मंदिर
इतिहासकारों का कहना है कि वैदिक काल में मंदिर नहीं हुआ करते थे| मूर्ति पूजा वेदिक काल के अंत में प्रचलित हुई है| सभी धर्म हिन्दू सनातन धर्म से ही…
Read more »आचार्य चाणक्य के द्वारा कहे गए 602 बहुमूल्य विचार
चाणक्य का जन्म भारत वर्ष में लगभग 2400 साल पहले हुआ था| उनके द्वारा लिखे गए ग्रन्थ आज भी उतने ही सही हैं जितने उस काल में थे| चाणक्य, नालंदा…
Read more »इस राज्य के बारे में जान के आप गर्व महसूस करेंगे। यहाँ जनम हुआ था गुरु गोविन्द सिंह जी का
यूँ तो भारत में कई राज्य हैं और हर राज्य की अपनी अलग खासियत है कहीं की बोली सबसे मीठी है तो किसी राज्य को दाल का कटोरा कहा जाता…
Read more »हिंदू शब्द की उत्पत्ति का रहस्य
हिन्दू धर्म को सनातन, वैदिक या आर्य धर्म भी कहते हैं। हिंदू और जैन धर्म की उत्पत्ति पूर्व आर्यों की अवधारणा में है जो ४५०० ई.पू. मध्य एशिया से हिमालय…
Read more »खुद पर विश्वास हो तो हम कुछ भी कर सकते हैं
इंसान एक ऐसा जीव है जिसने समुद्र का सीना चीर कर उसपर पुल बनाया पहाड़ों को चीर कर रास्ता बनाया पर क्या आपने कभी सोचा है की ये असम्भव से…
Read more »What did Ravana say to Lord Rama while dying?
The article is presented into two parts. One part is taken from the Original version of Valmiki Ramayana the second one is based on other versions of Ramayana. You need to…
Read more »मंथानी – भजन के गांव के खंडहर | Manthani – Ruins of the Village of Hymns
मंथानी में एक बार गौरवशाली गोमेतेश्वर मंदिर के चुप खंडहरों की बुढ़ापे वाली दीवारें और क्रिप्पर सजे हुए मूर्तियां आपको ऐसा महसूस कर सकती हैं कि आपको सीधे इंडियाना जोन्स…
Read more »अप्रैल फूल कहने से पहले जान ले इन बातों को वर्ना पछताना पड़ेगा
अप्रैल फूल” किसी को कहने से पहले इसकी वास्तविक सत्यता जरुर जान लें कि पावन महीने की शुरुआत को मूर्खता दिवस कह रहे हो !!पता भी है क्यों कहते है अप्रैल फूल (अप्रैल फूल का…
Read more »देवी ब्रम्ह्चारिणी की कथा एवं उनके स्वरुप के बारे में जाने
नवरात्रों के दौरान देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है हर दिन देवी के अलग अलग स्वरुप को पूजा जाता है| नवरात्रों में द्वितीय अर्थात दुसरा दिन…
Read more »चिड़ियों से मैं बाज लडाऊं , गीदड़ों को मैं शेर बनाऊ
श्री “गुरूग्रँथ” साहिब जी – ‘गुरुबाणी’ में परम पिता ‘परमात्मां’ के लिये प्रयोग किये गए 16 “नाम” ? हरी – 50 बार ? राम – 1758 बार ? प्रभू –…
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