अक्षय तृतीया के दिन भी दीपावली की तरह माँ लक्ष्मी की ही पूजा की जाती है| माना जाता है कि इस दिन शुभ मुहूर्त में किए गए सभी कार्यों में सफलता मिलती है| इस दिन माँ लक्ष्मी का घर में आगमन होता है|
अक्षय तृतीया के दिन को हम माँ लक्ष्मी के दिन के रूप में मनाने के साथ – साथ बिना कोई मुहूर्त देखे कोई भी मांगलिक कार्य कर सकते हैं| जैसे – जमीन जायदाद खरीदने से संबंधित कार्य या विवाह से संबंधित कार्य| अक्षय तृतीया को कई जगह अलग -अलग दिन के नाम से भी जाना जाता है| जैसे – आखातीज या अक्षय तीज|
अक्षय तृतीया वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तीसरी तिथि को होती है| अर्थात इस साल यह शुभ दिन 28 अप्रैल को मनाया जायेगा| यह पूरा दिन हर कार्य के लिए बहुत शुभ है| सगाई, विवाह, पढ़ाई, जमीन- जायदाद, मोटर, वाहन, सोना- चांदी खरीदने से लेकर पूजा- पाठ और धार्मिक आयोजन के लिए यह दिन विशेष लाभकारी है|
पूजा का शुभ मुहूर्त
अक्षय तृतीया पूजा का शुभ मुहर्त 28 अप्रैल को सुबह 10 : 29 से लेकर दोपहर 12:18 तक का है|
सोना खरीदने का सही समय
सुबह का मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत)- 10: 29 से 10: 41 तक
दोपहर मुहूर्त (शुभ)- 12: 19 से 01:57 तक
दोपहर मुहूर्त (चर)- 05:13 से 06:51 तक
रात का मुहूर्त (लाभ) – 09: 34 से 10: 56 तक
रात का मुहूर्त (शुभ, अमृत, चर)- 12: 18 से सुबह 4: 24 ( 29 अप्रैल)
सुबह का मुहूर्त – 05:46 से 06:55 ( 29 अप्रैल)|