ॐ नमः शिवाय – अगर आपने अपने घर में शिवलिंग की स्तथापना करी है तो इन ख़ास चीज़ों का अच्छे से धयान रखें। चाहे कुछ हो जाए, आप यह चीज़ें कदापि शिवलिंग को अर्पित ना करें। हम सब भलीभांति जानते हैं भगवन शिव के क्रोध को और कभी नहीं चाहेंगे की हमें उनके क्रोध का सामना करना पड़े. इसलिए अगर आपके घर पे शिवलिंग है तो भूल के भी निम्लिखित चीज़ें कभी न करें। सावधान।
शिवलिंग का स्थान
शिव हमें अत्यंत प्रिय हैं और शिवलिंग को कभी भी किसी ऐसे हिस्से में स्थापित नहीं करना चाहिए जहाँ आपका धयान ना जाए. शिवलिंग को ऐसी जगह रखें जहाँ आप अच्छे से प्रतिदिन पूरे आदर सत्कार से शिव जी की प्राथना कर सकें। यह स्थान सुन्दर तथा साफसुथरा होना चाहिए।
हल्दी का तिलक या उपयोग
कहा जाता है की हल्दी तो औरतों की सजने सवरने की चीज़ है. इसलिए भूल के भी हल्दी का प्रोयग शिवलिंग पे ना करें। भूलिये मत की शिवलिंग शिव का प्रतीक है जो एक पुरुष हैं.
सिन्दूर का तिलक
रुकिए। क्या आप शिवलिंग पे सिन्दूर से तिलक करते हैं? मत कीजिये।
सिन्दूर तो औरतें अपने पति की लंबी उम्र के लिए लगाती हैं. शिव को विनाश का देवता माना जाता है और इसी वजह से उनको सिन्दूर का तिलक नहीं करना चाहिए।
स्थान परिवर्तन
अगर किसी कारणवश आपको शिवलिंग का स्थान बदलना पड़ रहा है तो यह धयान रखें की आप शिवलिंग को अच्छे से ठन्डे दूध और गंगाजल से धोएं। ऐसा करना अनिवार्य है.
ठंडा दूध
जब आप शिवलिंग को दूध अर्पित करते हैं तो सीधा दूध के पैकेट से ना डालें. अपनी रसोई से एक साफ़ बर्तन लें और पहले उसमें दूध डालें और फिर शिवलिंग पे डालें। धयान रखें की दूध अत्यंत ठंडा हो, चाहे बहार जैसा भी मौसम हो, दूध ठंडा होना चाहिए।
धातु
अगर आप घर में शिवलिंग की स्थापना करते हैं तो इस बात का ख़ास ख्याल रखें की शिवलिंग सिर्फ सोना, चंडी या ताँबा धातु का ही बना हो. इसके इलावा शिवा के आस पास एक सर्प भी होना चाहिए।
पानी का फवारा
शिवलिंग पे पानी का फवारा 24 घंटे बिना रुके चलना चाहिए। दिन हो या रात पानी रुकना नहीं चाहिए।
मूर्ति
जब शिवलिंग की स्थापना करें तो इस बात का ख्याल रखें की गौरी और गणेश की मूर्तियां शिवलिंग के साथ हों. सिर्फ शिवलिंग अकेले नहीं स्थापित करना चाहिए।
तुलसी के पत्ते
शिवलिंग पर कदापि तुलसी के पत्ते अर्पित ना करें। केवल बेल के पत्तों का ही चढ़ावा चढ़ाएं क्योंकि इन्हें शुभकारक माना जाता है।
चन्दन
प्रतिदिन पंच अभिषेक के पश्चात् शिवलिंग पे चन्दन का लेप लगाएं। कहा जाता है की इस से शिवलिंग ठंडा एवम पवित्र रहता है। साथ ही साथ ऐसी भी मान्यता है की चन्दन शिव के क्रोध को ठंडा करता है।
नारियल पानी
साव्धन। कभी भी शिवलिंग पर नारियल पानी ना चढ़ाएं। चाहे तो कच्चा नारियल चढ़ा सकते हैं।
लंबी उम्र
कहा जाता है की बेल का फल लंबी उम्र को दर्शाता है। और भगवन शिव को बहुत प्रिय भी है। लंबी उम्र के लिए यह फल प्रतिदिन ज़रूर चढ़ाना चाहिए।
पन्चामृत
किसी भी पूजापाठ करने के पहले शिवलिंग को पन्चामृत का चढ़वा चढ़ाना विशेष फलदायक रहता है. पन्चामृत दूध, घी, दही, शक्कर वा गंगाजल से तैयार किया जाता है।
श्वेत पुष्प
भगवन शिव की जटाओं में चंद्रमा विराजमान है इसीलिए शिव को श्वेत पुष्प अति प्रिये हैं। श्वेत पुष्प अर्पित करने से शिव की विशेष अनुकंपा आप पर बनी रहती है।
श्रापित पुष्प
ऐसी मान्यता है की शिवलिंग पर केवड़ा एवं चंपा के पुष्प नहीं चढाने चाहये। कहा जाता है की शिव ने इन्हें श्राप दिया था.
अभिषेक
जब अभिषेक की बारी आती है तो कहा जाता है की अभिषेक हमेशा ही नाग योनि के द्वारा करना चाहिए। नाग योनि अगर स्वर्ण, चांदी अथवा ताम्र की ही होनी चाहिए।
मत इस्तेमाल करें
सावधान। कभी भी शिव पर अर्पित चीज़ें ग्रहण ना करें। ऐसा करने पर आप शिव के कोप का भाजन बन सकते हैं। और आपका बुरा वक़्त शुरू हो सकता है। शिव पर चढ़ाई वस्तु सदा दान कर देनी चाहिए।
अन्य सौन्दर्य प्रसाधन
जिस प्रकार शिवलिंग पर सिन्दूर वर्जित है उसी प्रकार अन्य सौंदर्य प्रसाधन भी माता पार्वती को अर्पित करना चाहिए, क्योंकि शिव शमशान वासी हैं। उन्हें भस्म अन्य सौंदर्य प्रशाधनों से ज़्यादा प्रिये हैं।