माना जाता है कि धरती पर हर कोई अपने साथ अपना भाग्य लेकर आता है। किसी के जीवन में उनका भाग्य साथ देता है तो किसी के जीवन में नहीं। शास्त्रों में बताया गया है कि यदि आप अपने भाग्य को जांचना चाहते हैं अर्थात आप जानना चाहते हैं कि आप भाग्यशाली हैं या नहीं तो इन पांच बातों से जान सकते हैं। अगर आप के पास इनमें से एक भी चीज है तो आप अवश्य ही भाग्यशाली हैं।
स्वस्थ तन और मन
शास्त्रों में बताया गया है कि यदि आपके पास स्वस्थ शरीर है तो समझ लीजिये कि आप बहुत भाग्यशाली हैं क्योंकि निरोग काया में ही सुख समृद्धि का वास रहता है। इसलिए स्वस्थ तन और मन का होना अच्छे भाग्य की निशानी मानी जाती है। अगर व्यक्ति बीमार रहता हो तब न धन काम आता है न भोग वैभव और यदि व्यक्ति स्वस्थ है तो वह धन कमा सकता है और जीवन में सभी सुखों का आनंद भी ले सकता है।
स्थायी आय
स्थायी आय को अच्छे भाग्य की निशानी माना जाता है। अगर आपके पास अचानक से खूब पैसा आ जाये पर बाद में आय का कोई साधन न बने तो यह भाग्यशाली होने कि निशानी नही है। इसलिए कोशिश करें कि अपने भाग्य को अनुकूल बनाए रखने के लिए अचानक धनवान बनने कि बजाय निश्चित आय पर ध्यान दें। कई बार धन के लालच में नौकरी बदलना कई बार भाग्य में बाधक भी बन जाता है।
सदाचारी पुरुष तथा सुकन्या पत्नी
अगर किसी पुरुष को सुकन्या पत्नी मिले तो यह पुरुष के भाग्यशाली होने का सूचक माना जाता है और सदाचारी पुरुष का मिलना लड़की के भाग्यशाली है। जो स्त्री अपने परिवार ध्यान रखते हुए काम करती है वह सुकन्या होती है। ऐसी पत्नी के कारण घर में बरकत तथा सुख शांति बनी रहती है। सदाचारी पुरुष हमेशा अपनी पत्नी के प्रति वफादार होते हैं तथा उनके सुख दुःख का ध्यान भी रखते हैं।
सद्गुणी संतान
शास्त्रों में कहा गया है कि जिस व्यक्ति के बच्चे संस्कारी, शिक्षित और माता-पिता का आदर करने वाले वाले होते हैं। वह व्यक्ति बहुत भाग्यशाली होता है। क्योंकि ऐसे व्यक्ति वृद्धावस्था में भाग्य का सुख पाते हैं और मृत्यु के बाद परलोक में सद्गति प्राप्त करते हैं।
अच्छा गुरु
अच्छे गुरु का होना अच्छे भाग्य की निशानी है।अच्छा गुरु हमेशा अपने शिष्य को जीवन कि चुनौतियों से लड़ने कि सीख देता है। ऐसे गुरु का मिल जाना भाग्यशाली होने की निशानी है। महाभारत में विदुर जी ने भी भाग्यशाली होने के यह लक्षण बताए हैं।