दीपों का पर्व ना सिर्फ खुशियां लेकर आता है बल्कि धार्मिक दृष्टि से भी भगवान का आशीष प्रदान करता है। अगर आप लंबी और बड़ी लक्ष्मी पूजा नहीं करना चाहते या आप जानते नहीं है कि प्रामाणिक पूजन कैसे होता है तो यह सरल लक्ष्मी मंत्र आपके लिए है।
आपको सिर्फ पूजन की समस्त तैयारी के साथ इनमें से अपने लग्न के अनुसार मंत्र का चयन करना है। मंत्र को कमलगट्टे की माला से 108 बार जपना है। सामर्थ्य के अनुसार जितनी माला करना चाहे कर सकते हैं। माला करने के बाद लक्ष्मी मां की आरती करें। परिवार का हर सदस्य अपने-अपने मंत्र का प्रयोग करें।
deepawali ka mantra jo har manokaamna poori karta hai
मेष- ॐ विश्वजननी नम:
वृषभ- ॐ अशोका नम:
मिथुन- ॐ पद्मिनी नम:
कर्क- ॐ चंद्रवदना नम;
सिंह- ॐ हिरण्यमयी नम:
कन्या- ॐ वाचि नम:
तुला- ॐ शुचि नम:
वृश्चिक- ॐ प्रकृति नम:
धनु- ॐ सौम्या नम:
मकर- ॐ सिद्धि नम:
कुंभ- ॐ नित्यपुष्टा नम:
मीन- ॐ वरारोहा नम:
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पं. सुरेन्द्र बिल्लौरे