कार्तिक पूर्णिमा व्रत कथा
कार्तिक पूर्णिमा के दिन व्रत रखना बहुत शुभ माना जाता है| कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली या त्रिपुरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है| इस दिन भगवान शिव ने ब्रह्मा और…
Read more »इस प्रकार की जाती है शिवलिंग की पूजा अर्चना
भगवान शिव को अनेक नामों से जाता हैं जैसे शिव शंकर, महादेव, भोले भंडारी तथा भोलेनाथ आदि। कहते हैं कि शिव आदि और अनंत हैं। शिव को सबसे श्रेष्ठ देव माना…
Read more »ऐसे पड़ा अंजनी पुत्र मारुति का नाम हनुमान
हनुमान जी को भगवान शिव का अवतार माना जाता है| उनका जन्म राजा केसरी और उनकी पत्नी अंजनी के घर हुआ था| हनुमान जी के जन्म के समय इनका नाम मारुति…
Read more »रावण के भाई कुंभकर्ण के बारे में यह सब बातें जान के आप आश्चर्यचकित रह जाओगे
कुंभकर्ण रावण का भाई था| कुंभकर्ण भी रावण की तरह बहुत शक्तिशाली था| रावण, विभीषण तथा कुंभकर्ण तीनों भाई ब्रह्मा जी को प्रसन्न करना चाहते थे| इसलिए उन्होंने ब्रह्मा जी को प्रसन्न…
Read more »शरद पूर्णिमा व्रत कथा
एक समय की बात है| एक साहूकार की दो पुत्रियां थी| उसकी दोनों पुत्रियां पूर्णिमा का व्रत रखती थी| परन्तु दोनों के व्रत रखने में अंतर था| साहूकार की बड़ी पुत्री विधिपूर्वक पूरा…
Read more »श्री रामचन्द्र जी की आरती
भगवान श्री राम रामायण के प्रमुख पात्र हैं| विष्णु अवतार श्री राम का नाम जपने से सभी कष्ट दूर होते हैं। मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के नाम को ही मंत्र माना…
Read more »जाने क्यों है रास्ते में पड़े नींबू मिर्च पर पैर रखना नुकसानदेह
आपने अक्सर देखा होगा कि लोग अपनी दुकानों के बाहर नींबू मिर्च लगा कर रखते हैं। दरअसल नींबू, तरबूज, सफेद कद्दू और मिर्च का तंत्र और टोटकों में विशेष तौर पर उपयोग…
Read more »सूर्य देव को समर्पित ओडिशा में स्तिथ कोणार्क मंदिर
कोणार्क सूर्य मंदिर सूर्य देव को समर्पित है। यह मंदिर पूर्वी गंगा साम्राज्य के महाराजा नरसिंहदेव ने बनवाया था। यह मन्दिर ओडिशा राज्य के कोणार्क में स्थित है। यह मन्दिर रथ के आकार…
Read more »रावण के अनुसार स्त्रियों में होते हैं ये 8 अवगुण
रावण के अंदर ज्ञान होने के साथ साथ बहुत बुराइयां भी थी। परन्तु रावण की सबसे बड़ी बुराई थी कि वह सुंदर स्त्रियों को देखकर तुरन्त ही मोहित हो जाता था।…
Read more »शिव महापुराण में बताये गए हैं मृत्यु के यह संकेत
भगवान शिव को महाकाल भी कहा जाता है। धार्मिक ग्रन्थों में शिव जी को अनादि व अजन्मा बताया गया है। महाकाल उसे कहा जाता है मृत्यु भी जिसके अधीन रहती है।…
Read more »रावण के सर्वनाश का कारण थे ये लोग
रावण बहुत बड़ा ज्ञानी तथा महापंडित था। परन्तु अपने ही अहंकार के कारण वह मृत्यु को प्राप्त हुआ। रावण का वध श्री राम के द्वारा हुआ। परन्तु क्या आप जानते हैं…
Read more »