भगवद गीता (विभूतियोग- दसवाँ अध्याय : श्लोक 1 – 42)

अथ दशमोऽध्याय:- विभूतियोग ( भगवान की विभूति और योगशक्ति का कथन तथा उनके जानने का फल) श्रीभगवानुवाच भूय एव महाबाहो श्रृणु मे परमं वचः ।…

अपने स्वभाव से जाने की आप तुला राशि के तो नहीं?

राशि चक्र के सातवें स्थान पर आती है तुला राशि जिसका चिन्ह तराजू है तथा राशि का स्वामी शुक्र है| तुला राशि वालों के नाम क्रमशः रा, री, रू, रे,…

शास्त्रों में बताया है की उम्र ही नहीं, तिथियों के अनुसार बनती बिगड़ती है भाग्‍य की लकीरें

हस्तरेखा से ज्‍योतिष का एक ऐसा ज्ञान है। जिसके जरिए भूतकाल, वर्तमान और भविष्य तीनों के बारे में पता लगाया जा सकता है। लेकिन आपको जानकर…

खुशी तुम्हारे अन्दर है, लेकिन तुम उसे पैसे और बाहरी वस्तुओं में ढूंढ रहे हो

एक गाँव में एक बहुत अमीर व्यक्ति रहता था। उसके जीवन में कोई कमी नही थी। परन्तु वह फिर भी बहुत चिंतित रहता था। एक दिन उसके एक मित्र ने उसे एक…

क्यों लिए जाते हैं विवाह के समय अग्नि के फेरे

हिन्दू धर्म में विवाह तब तक सम्पन्न नही माना जाता जब तक वर और वधु अग्नि के सामने सात फेरे लेकर सात वचन निभाने का वादा न कर लें। परन्तु क्या आप…

भगवद गीता (राजविद्याराजगुह्ययोग- नौवाँ अध्याय : श्लोक 1 – 34)

अथ नवमोऽध्यायः- राजविद्याराजगुह्ययोग ( प्रभावसहित ज्ञान का विषय ) श्रीभगवानुवाच इदं तु ते गुह्यतमं प्रवक्ष्याम्यनसूयवे । ज्ञानं विज्ञानसहितं…

हनुमान जी की रची किस लीला के कारण उठाना पड़ा श्री कृष्ण को गोवर्धन पर्वत

यह तो सबको ज्ञात है कि इंद्र के कोप से गोकुल वासियों को बचाने के लिए श्री कृष्ण ने गोवर्धन को अपनी छोटी उंगली पर उठा लिया था। परन्तु बहुत कम…

कैसे शुरू हुई शनि देव पर तेल चढ़ाने की परम्परा

शनि देव की कृपा तथा कहर से कोई अनजान नहीं है। उन्हें न्याय का देवता कहा जाता है। अगर शनि देव हमसे प्रसन्न हैं तो हमारे जीवन में कोई कष्ट नही आ…

भगवद गीता (अक्षरब्रह्मयोग- आठवाँ अध्याय : श्लोक 1 – 28)

अथाष्टमोऽध्यायः- अक्षरब्रह्मयोग ( ब्रह्म, अध्यात्म और कर्मादि के विषय में अर्जुन के सात प्रश्न और उनका उत्तर ) अर्जुन उवाच किं तद्ब्रह्म…